online banking fraud से बचने के नए तरीके 2025 । अभी देखें नहीं तो बेंक अकाउंट खाली ना हो जाए।

online banking fraud क्या है?

जब कोई व्यक्ति आपकी बैंकिंग जानकारी चुरा लेता है और आपके खाते से पैसे निकाल लेता है, तो उसे online banking fraud कहा जाता है।

इसमें आपकी OTP, डेबिट कार्ड नंबर, पासवर्ड या UPI पिन का गलत इस्तेमाल किया जाता है।

2025 में online banking fraud के आंकड़े

साइबर क्राइम के आंकड़ों के अनुसार हर दिन हजारों लोग online banking fraud का शिकार हो रहे हैं।UPI और मोबाइल बैंकिंग ऐप सबसे अधिक प्रभावित हैं।

फ्रॉड होने के सामान्य तरीके

फिशिंग

ईमेल या SMS के जरिए नकली लिंक भेजे जाते हैं, जिन पर क्लिक करते ही जानकारी चोरी हो जाती है।

Vishing

कॉल करके खुद को बैंक कर्मचारी बताकर OTP और कार्ड डिटेल्स ली जाती हैं।

स्किमिंग

ATM मशीन में स्किमिंग डिवाइस लगाकर कार्ड की जानकारी चुराई जाती है।

QR कोड फ्रॉड

गलत QR कोड स्कैन करने पर पैसे कट जाते हैं।

online banking fraud से बचने के नए तरीके

टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन करें

बैंकिंग ऐप्स और वेबसाइट पर 2FA या बायोमैट्रिक लॉक का इस्तेमाल करें। OTP के अलावा फेस लॉक या फिंगरप्रिंट जरूरी बनाएं।

अनजान लिंक पर क्लिक न करें

किसी भी ईमेल या SMS में आए लिंक पर क्लिक करने से पहले URL जांचें।

बैंक कभी भी ऐसे लिंक से जानकारी नहीं मांगता।

ऑफिशियल ऐप्स ही इंस्टॉल करें

केवल Google Play Store या Apple App Store से बैंकिंग ऐप डाउनलोड करें।

नकली ऐप्स में मालवेयर हो सकता है।

UPI में “Pay” और “Request” को समझें

पैसे भेजते वक्त ध्यान दें कि आप Pay कर रहे हैं या Request स्वीकार कर रहे हैं गलतफहमी में कई बार पैसा कट जाता है।

पब्लिक Wi-Fi से ट्रांजैक्शन न करें

सार्वजनिक Wi-Fi नेटवर्क हैकर्स के लिए आसान रास्ता होता है। हमेशा अपने मोबाइल डेटा या सुरक्षित नेटवर्क का इस्तेमाल करें।

पासवर्ड और पिन बदलते रहें

हर 3-4 महीने में Netbanking पासवर्ड, ATM पिन और UPI पिन बदलें। पुराने पासवर्ड लगातार रखने से खतरा बढ़ता है।

OTP या पासवर्ड किसी को न बताएं

बैंक कभी भी कॉल या मैसेज पर आपकी गोपनीय जानकारी नहीं मांगता।

अगर कोई मांगता है, तो वो फ्रॉड है।

SMS और Email अलर्ट चालू रखें

हर ट्रांजैक्शन का अलर्ट मिलने से कोई भी अनजान कटौती तुरंत पकड़ में आ जाती है।

वेबसाइट URL चेक करें

हमेशा वेबसाइट के एड्रेस पर ध्यान दें।बैंक की असली वेबसाइट हमेशा “https” से शुरू होती है।

फ्रॉड से बचाव के लिए टेक्नोलॉजी टूल्स

  • Antivirus ऐप्स का इस्तेमाल करें।
  • बैंकिंग ऐप्स पर ऐप लॉक लगाएं।
  • फिशिंग मैसेज को ब्लॉक करने वाले SMS फिल्टर ऐप्स उपयोग करें।

अगर फ्रॉड हो जाए तो क्या करें?

  • फौरन 1930 नंबर पर कॉल करें।
  • सरकारी cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
  • जितनी जल्दी शिकायत करेंगे, पैसे वापस मिलने की संभावना उतनी अधिक होगी।

क्या न करें

  • व्हाट्सएप पर मिले QR कोड स्कैन न करें।
  • Google पर बैंक का नंबर सर्च करके कॉल न करें, क्योंकि कई बार वह फर्जी होता है।
  • कोई भी रिवार्ड लिंक या फ्री गिफ्ट के बहाने पर विश्वास न करें।

निष्कर्ष

  • online banking fraud से बचने के लिए आपको सतर्क रहना होगा।
  • थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े आर्थिक नुकसान से बचा सकती है।
  • सोच-समझकर ही किसी भी बैंकिंग प्रक्रिया को पूरा करें।

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